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Aviral  - Class 5
ISBN : 9789387153431
Publish : 2020
Pages : 156
Price : 475.00

Aviral - Class 5

Hindi Pathmala
 
Author Prof. V R Jagannathan, Laxmi Jain and Rita Singh
Class 5

विवरण:

'अविरल' हिंदी पाठमाला प्रवेशिका स्तर से आठवीं कक्षा तक के लिए है। यह पुस्तक शृंखला नई व आधुनिक शिक्षण विधियों के अनुसार परंपरा से हटकर तैयार की गई है। इस पाठमाला में हमारा उद्देश्य रहा है कि बच्चे हिंदी पढ़ने, लिखने, बोलने और समझने के साथ-साथ रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए भी प्रेरित हो।  भाषा सीखने का उद्देष्य केवल पढ़ना-लिखना और सीखना ही नहीं होता, बल्कि भाषा का प्रयोग व्यवहारिक जीवन में कई उद्देश्यों की पूर्ति भी करता है।  इस पुस्तक श्रृंखला में भाषा- शिक्षण को रोचकपूर्ण विधि से प्रस्तुत किया गया है। 

'अविरल' हिंदी पाठमाला के आकर्षण बिंदु हैं-

  • नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्य बिन्दुओं का चयन।
  • मानव संसाधन विकास मंत्रालय ( भारत सरकार ) द्वारा निर्देशित मानव वर्तनी का प्रयोग।
  • सरल, सुबोध तथा भावपूर्ण भाषा-शैली का प्रयोगl
  • विभिन्न साहित्यिक विधIएँ, नवीन 'भाषा-खेल', वर्ग-पहेली, हास्य-व्यंग्य।
  • सुंदर, सजीव चित्र और नवीन सरचनात्मक गतिविधियों का समावेश।
  • भाग 1 से 5 तक पाठ्यपुस्तक तथा अभ्यास पुस्तिका का अदभुत मिश्रित रूप।
  • कल्पना तथा विचारशक्ति को बढ़ावा देनेवाले प्रश्नों का समावेश।
  • शिक्षकों के मार्गदर्शन हेतु शिक्षक दर्शिकाएं।
  • अभ्यास सामग्री में विविधता, मौलिकता और सृजनशीलता।
  • भाग 3 से 8 में शब्दकोश का समावेश।
  • भाग 6 से 8 में लेखक परिचय।
  • बच्चों के सर्वांगीण विकास, उनकी वैज्ञानिक प्रवृत्ति व पर्यावरण संबंधी जागरूकता पर बल।
  • अभ्यास-पत्रों का समावेश।


लेखिका:

लक्ष्मी जैन: पिछले कई वर्षों से अनेक पुस्तकों का लेखन/संपादन।

ललिता पांडे: विगत 25 वर्षों का दि मदर्स इंटरनेशनल स्कूल, दिल्ली में शिक्षण अनुभव; शिक्षणसंबंधी कुछ लेख प्रकाशित; पत्रिकाओं का संपादन; अनेक कहानियों तथा लेखों का अनुवाद; शिक्षण में विशिष्ट योगदान के लिए दि मदर्स इंटरनेशनल स्कूल द्वारा श्री मणि पिल्लै एवार्ड से सम्मानित।

संपादिका:

ऋता सिहं: विगत पैंतीस वर्षों से शिक्षण-प्रशिक्षण अनुभव; कई पुस्तकों का लेखन/संपादन; व्याकरण पर आधारित  कई खेलों का आविष्कार; 'पूर्ण लेंग्वेज ऐकेडमी' का संचालन; भाषा-विशेषज्ञ – अनेक भारतीय भाषाओं का प्रशिक्षण और कार्यशालाएँ।

संपादकीय परामर्श:

प्रो. वी. आर. जगन्नाथ: प्रसिद्ध भाषाविद् और हिंदी के वैयाकरण; विगत कई वर्षो से भाषा शिक्षण का अनुभव; पूर्व निदेशक, इग्नू; पूर्व क्षेत्रीय निदेशक, केंद्रीय हिंदी निदेशालय दिल्ली एवं हैदराबाद; अनेक पुस्तकों का प्रणयन/संपादन। 

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User Review :-

Urmella.dang

Good

VRINDA

GOOD

Kavitha Rajkumari

good

Pragya

Nice

Linta Saindane

very Good

Namrata Gangurde

Very nice book v.good language Nice contain

Mahi Singh

Excellent